कौन हैं अग्नि-5 की टीम को लीड करने वाली ‘मिसाइल रानी’ :R Sheena Rani

भारत नें 11 मार्च 2024 को MIRV तकनीक से लैस अग्नि 5 मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। इसकी रेंज पूरे चीन और पाकिस्तान समेत अन्य पड़ोसी देशों को कवर कर सकती है। अग्नि 5 की टीम को एक महिला अधिकारी द्वारा लीड किया गया है जिनका नाम है मिस शीना रानी जिनको ‘मिसाइल रानी’ के नाम से भी लोग जान रहे हैं।

डीआरडीओ (DRDO) ने 11 मार्च को अग्नि 5 मिसाइल का सफल परीक्षण किया है जो की मल्टीपल इंडिपेंडेंट टारगेटेबल रि एंट्री व्हीकल अर्थात MIRV तकनीक से सुसज्जित है। इसके लिए सबसे बड़ी बात यह है कि इसको अपने देश में ही तैयार किया गया है। देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अग्नि 5 मिसाइल के सफल लॉन्च पर डीआरडीओ के सभी वैज्ञानिकों को बधाई दी है और इस मिशन को ‘मिशन दिव्यास्त्र’ नाम दिया गया है।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस मिशन के पीछे अहम योगदान एक महिला का है। और उसे महिला का नाम है आर शीना रानी। आईए इस महिला साइंटिस्ट के बारे में जानते हैं। साइंटिस्ट आर शीना रानी 1999 में डीआरडीओ में शामिल हुई थी, एक लैटरल एंट्री के तहत। इससे पहले वह इसरो (ISRO) में भी काम कर चुकी है। और 1999 से अब तक वह अग्नि प्रोजेक्ट पर ही काम कर रही है।

अग्नि 5 मिसाइल की लांचिंग की टीम को भी उन्होंने ही लीड किया था। रानी अपने काम में काफी माहिर और बहुत मेहनती है। उनकी टीम में बहुत सारी महिला साइंटिस्ट सम्मिलित है।

उन्होंने काफी पहले एक इंटरव्यू के दौरान अपने आप को DRDO में काम करते हुए गोरवान्वित महसूस करने की बात कही थी। वह डीआरडीओ की ASL (Advanced Systems Laboratory) की एसोसिएट डायरेक्टर भी हैं। डीआरडीओ से पहले रानी ने विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर इसरो (ISRO) में भी लगभग 8 साल तक काम किया है। और उसके बाद उनकी डीआरडीओ में लैटरल एंट्री हुई थी।

शीना रानी का जन्म केरल के तिरुवनंतपुरम में हुआ था। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशंस अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई कॉलेज आफ इंजीनियरिंग (CET) त्रिवेंद्रम से की है। उनके बचपन में ही उनके पिता का निधन हो गया था। शीना रानी के पति भी डीआरडीओ में काम कर चुके हैं। इनको अन्य कई इनमो के साथ-सा साथ-स सन 2016 में साइंटिस्ट ऑफ द ईयर अवार्ड भी मिल चुका है।

अग्नि 5 मिसाइल 5000 किलोमीटर की रेंज के साथ तैयार की गई है जिससे लगभग सभी पड़ोसी देशों को कवर किया जा सकता है। यह भारत की सुरक्षा की दृष्टि से एक हम मिसाइल है। यह मिसाइल पूरे पाकिस्तान और चीन के बहुत बड़े हिस्से को कवर कर सकती है।